बचपन में पेट दर्द होना एक आम समस्या है, जिसे लगभग हर बच्चा कभी न कभी अनुभव करता है। लेकिन माता-पिता के लिए यह जानना बेहद ज़रूरी है कि यह दर्द सामान्य है या किसी गंभीर बीमारी का संकेत। बच्चों के पेट में दर्द के कई कारण हो सकते हैं—कुछ मामूली होते हैं, जैसे गैस या अपच, जबकि कुछ मामलों में यह संक्रमण, पाचन तंत्र की समस्या, या भावनात्मक तनाव का संकेत हो सकता है।

इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि बच्चों के पेट दर्द के संभावित कारण क्या हो सकते हैं, इसके लक्षण कैसे पहचानें, इलाज के विकल्प क्या हैं, और घरेलू उपाय कैसे कारगर हो सकते हैं।


बच्चों के पेट दर्द के सामान्य कारण

1. गैस और अपच (Indigestion and Gas)

गैस बनना या खाना ठीक से न पचना बच्चों में सबसे आम कारण होता है पेट दर्द का। ये अक्सर भारी भोजन, तला-भुना खाना या जल्दी-जल्दी खाने से होता है।

2. कब्ज (Constipation)

जब बच्चा नियमित रूप से शौच नहीं करता या उसका मल सख्त होता है, तब उसे पेट दर्द हो सकता है। कब्ज बच्चों में आम है, खासकर जब वे कम पानी पीते हैं या फाइबर की कमी वाली डाइट लेते हैं।

3. इंफेक्शन (Infections)

वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण, जैसे फूड पॉइजनिंग या पेट की फ्लू (Gastroenteritis), पेट दर्द का कारण बन सकते हैं। इसमें उल्टी, दस्त और बुखार जैसे लक्षण भी होते हैं।

4. दूध या फूड इनटॉलरेंस (Food Intolerance)

कई बार बच्चे को दूध या किसी विशेष भोजन से एलर्जी या इनटॉलरेंस हो सकती है, जिससे उसे पेट दर्द होता है।

5. भावनात्मक तनाव (Emotional Stress)

स्कूल, दोस्तों या परिवार से जुड़े तनाव भी बच्चों में पेट दर्द का कारण बन सकते हैं। इसे अक्सर फंक्शनल एब्डॉमिनल पेन कहा जाता है।

6. पेट में कीड़े (Intestinal Worms)

बच्चों को गंदे हाथों या खुले में खेलने से पेट में कीड़े हो सकते हैं, जिससे उन्हें दर्द, खुजली और भूख में बदलाव महसूस होता है।

7. यूटीआई (Urinary Tract Infection)

लड़कों और लड़कियों दोनों में यूटीआई भी पेट दर्द का कारण बन सकता है, विशेषकर निचले पेट में।

8. अपेंडिसाइटिस (Appendicitis)

यह गंभीर लेकिन कम सामान्य स्थिति है, जिसमें पेट के दाईं ओर तेज दर्द होता है। इसमें तुरंत मेडिकल ध्यान देना जरूरी होता है।


बच्चों में पेट दर्द के लक्षण कैसे पहचानें?

  • बार-बार पेट पकड़ना या रगड़ना
  • खाना खाने में मन न लगना
  • उल्टी या मिचली
  • दस्त या कब्ज
  • रोना या चिड़चिड़ापन
  • पेट फूला हुआ लगना
  • पेशाब में जलन या बार-बार जाना
  • बुखार या थकान

कब डॉक्टर से मिलना चाहिए?

यदि नीचे दिए गए लक्षण दिखें, तो डॉक्टर से तुरंत सलाह लें:

  • पेट दर्द लगातार 24 घंटे से अधिक समय तक बना रहे
  • बहुत तेज दर्द हो
  • उल्टी में खून आना
  • मल में खून आना या काला रंग का मल
  • बच्चे का वजन तेजी से गिर रहा हो
  • बुखार 101°F से अधिक हो
  • बच्चा पेशाब नहीं कर रहा या बहुत कम पेशाब कर रहा हो
  • अपेंडिसाइटिस जैसे लक्षण (दाईं तरफ तेज दर्द, चलने में तकलीफ)

घरेलू उपाय जो बच्चों में पेट दर्द में राहत दे सकते हैं

नोट: ये उपाय हल्के दर्द के लिए हैं, गंभीर मामलों में डॉक्टर से सलाह ज़रूरी है।

1. गुनगुना पानी दें

हल्के दर्द में गुनगुना पानी पीने से गैस और अपच से राहत मिल सकती है।

2. हींग और पानी का लेप

हींग को गुनगुने पानी में घोलकर पेट पर हल्के हाथों से लगाने से गैस के दर्द में आराम मिलता है।

3. सौंफ और मिश्री का पानी

सौंफ और मिश्री को पानी में उबालकर बच्चे को पिलाने से पाचन में सुधार होता है।

4. नरम खाना दें

दर्द के दौरान बच्चे को हल्का और सुपाच्य भोजन दें जैसे खिचड़ी, दलिया, या केले।

5. पेट पर हल्की गर्म सिकाई

गर्म पानी की बोतल को तौलिए में लपेटकर हल्की गर्म सिकाई करने से मांसपेशियों को आराम मिलता है।

6. नींबू और शहद का सेवन (6 साल से ऊपर के बच्चों के लिए)

नींबू और शहद का हल्का गर्म पानी में सेवन गैस और अपच में मदद करता है।


बच्चों में पेट दर्द से बचाव कैसे करें?

1. स्वच्छता का ध्यान रखें

बच्चों को नियमित हाथ धोने की आदत डालें, खासकर खाने से पहले और शौच के बाद।

2. संतुलित आहार दें

भोजन में फाइबर, फल, हरी सब्ज़ियाँ और पर्याप्त पानी शामिल करें।

3. फास्ट फूड और पैक्ड चीज़ों से परहेज

तेलयुक्त, तला हुआ या ज्यादा मसालेदार खाना कम दें।

4. नियमित समय पर खाना

बच्चों को खाने और सोने का एक तय समय दें।

5. तनाव को समझें

बच्चों से उनके दिन की बातचीत करें, उनके भावनात्मक स्वास्थ्य को समझें।


इलाज: मेडिकल उपचार के विकल्प

1. डॉक्टर द्वारा जांच और निदान

पेट दर्द का सही कारण जानने के लिए डॉक्टर जरूरी टेस्ट करवा सकते हैं:

  • ब्लड टेस्ट
  • यूरिन टेस्ट
  • अल्ट्रासाउंड
  • स्टूल टेस्ट

2. दवाएं

  • गैस और अपच के लिए एंटासिड या सिमेथिकोन
  • कीड़ों के लिए डीवॉर्मिंग सिरप
  • संक्रमण के लिए एंटीबायोटिक्स
  • दर्द के लिए पेरासिटामोल (डॉक्टर की सलाह से)

3. पोषण विशेषज्ञ की सलाह

बार-बार पेट दर्द की स्थिति में डाइट की समीक्षा करना जरूरी हो सकता है।


निष्कर्ष

बच्चों में पेट दर्द एक आम लेकिन महत्वपूर्ण स्वास्थ्य समस्या है। अधिकतर मामलों में यह हल्के कारणों से होता है और घरेलू उपचार से ठीक हो जाता है। लेकिन यदि दर्द लंबे समय तक बना रहे, बहुत तीव्र हो, या अन्य लक्षणों के साथ हो, तो डॉक्टर से संपर्क करना बेहद जरूरी है।

माता-पिता को बच्चों की दिनचर्या, खान-पान और भावनात्मक स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना चाहिए। सही जानकारी, समय पर इलाज और देखभाल से पेट दर्द जैसी समस्याओं को आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है।

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